अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

धीरज गुप्ता 'तेज'

जन्म : ४ जुलाई १९७१

शिक्षा : पत्रकारिता एवं जन सम्पर्क विज्ञान में स्नातक

कार्यक्षेत्र : पत्रकारिता में विगत 11 वर्षों से कार्यरत, आकाशवाणी से अनेक काव्य रचनाओं का प्रसारण एवं विभिन्न पत्र–पत्रिकाओं में प्रकाशन।

सम्प्रति : कोटा ह्यराजस्थानहृ, प्रेस क्लब – कोटा के सचिव एवं राजस्थान पत्रकार संघ के जिल्हाध्यक्ष पद पर निर्वाचित, नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य।

रूचि के अन्य विषय : समाज सेवा


 

 

अनुभूति में धीरज गुप्ता तेज की रचनाएँ —

अंजुमन में-
जीना मरना सब लाचारी

गीतों में-
तुम मेरे हो

छंदमुक्त में-
थैक्यू

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter