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नीम देवता
 

 

ग्राम देवता
लोक देवता
नीम देवता !

पात-चूम मुसकाती पछवा
गंगाजल छलकाए
फूलों-सँग हँस-खिलती पुरवा
पुनर्नवा बरसाए
प्राण देवता
जीव देवता
नीम देवता !

मिलन हुआ सावन से झूमे
बदली में त्योहार
ऋतुओं के मेलों ने तेरी छैंया
धरे सिंगार
प्रेम देवता
पर्व देवता
नीम देवता !

अँगना में बजती पायल को
सौंपे जीवन-फाग
गो-कुल पर वारा पल-प्रतिपल
द्वापर-सा अनुराग
इष्ट देवता
नमन, देवता
नीम देवता !

-अश्विनी कुमार विष्णु
२० मई २०
१३

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