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नीम का एक पेड़
 

 

पत्तियाँ जब पीली पड़ती हैं
झर जाती हैं पेड़ से
जीवन से भी
एक ..एक पल
बिछड़ता जाता है
इन्हीं पत्तियों की तरह
हर पत्ती के साथ
कुछ यादें टूटकर
बिखर जाती हैं रोज़
फिर आती हैं
नई पत्तियाँ
पर नहीं आते वो क्षण
जो झर गए हैं
जीवन से .....
उगती हैं फिर
नई कोपलें
नए रिश्तों की तरह
टूटती हैं जर्जर शाखाएँ
बिछड़े अपनों की तरह
हम सब तो सिर्फ पत्ते हैं
और जीवन ...!
जीवन ...दुनियाँ के आँगन में
लगा नीम का एक पेड़ है।

-प्रतिभा गोटीवाले 
२० मई २०
१३

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