झूम रहा है साल

 

 

 

उत्सव, मस्ती, जश्न में, झूम रहा है साल।
अभिनन्दन, वंदन करे, पूछे सबके हाल।।

आया है फिर साल नव, भुला सभी के भेद।
गले लगा हर किसी को, मन में मत रख खेद।।

आयी है लाली लिये, अंबर पर नव भोर।
उतरे सबके आँगने, छा जाए सब ओर।।

नए साल की धरा पे, खिलें खुशी के फूल।
चुभें नहीं फिर किसी के, विरह, दर्द, दुख शूल।

नए साल की खुशी में, बाँट "मंजु" उपहार।
बढ़ता जाए साल भर, इक दूजे में प्यार।।

नए साल पर जगी है, नए सपन की आस।
पूर्ण करो हे ईश तुम, मिटे सभी की प्यास।

- मंजु गुप्ता    
१ जनवरी २०१९

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