अभिव्यक्ति
कृपया केवल नए पते पर पत्र व्यवहार करें

9. 9. 2007  

अंजुमन उपहार कवि काव्य चर्चा काव्य संगम किशोर कोना गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे रचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलनहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर समस्यापूर्ति

रेत का तूफ़ान

रेत का तूफ़ान है और कूच का वादा मेरा
रास्ते संगीन हैं, पर दिल बहुत सादा मेरा।

इन लकीरों पर टिकी दुनिया, इसे गिरने न दो
मत झुकाओ तुम निगाहें, हो न सर ऊँचा मेरा।

प्यार का नफ़रत से पहले मुझको छूकर देख लो
मैं तुम्हारे सामने हूँ या कि है नक्शा मेरा।

साथ चलना है मेरे तो उस तरफ़ जाते हो क्यों
जिस जगह से आए हो, उस ओर है रास्ता मेरा।

सामने वालों के मुझ पर सैंकड़ों अहसान हैं
छुप के जो बैठे हुए हैं, उनसे है रिश्ता मेरा।

तुम मेरे बिखरे हुए टुकड़ों को फिर से जोड़ दो
दिल मेरा भेजे में है और पीठ पर चेहरा मेरा।

सब मेरी सौग़ात इस मुट्ठी में है, ले लो इसे
उँगलियों के बीच जो रह जाएगा, उतना मेरा।

देखते-ही-देखते यों बढ़ गई कीमत मेरी
हथकड़ी हीरों की है और रेशमी फंदा मेरा।

-- धनंजय कुमार

 

इस सप्ताह

अंजुमन में-
धनंजय कुमार

छंदमुक्त में-
अजित कुमार और विपिन शून्य

नई हवा में-
अरविंद चौहान

पिछले सप्ताह
(1 सितंबर 2007 के अंक में)

इस माह के कवि में-
मधु मोहिनी उपाध्याय

अंजुमन में-
कुसुम सिन्हा की नज़्में

कविताओं में-
विपिन चौधरी

देशांतर में-
मध्यपूर्व से परमजीत ओबेरॉय और घनश्यामदास आहूजा

दोहों में-
सरदार कल्याण सिंह

अन्य पुराने अंक

अंजुमन उपहार कविकाव्य चर्चा काव्य संगम किशोर कोना गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे रचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलनहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक माह की 1–9–16 तथा 24 तारीख को परिवर्धित होती है।

अपने विचार — पढ़ें लिखें

Google

 
Search WWW  Search anubhuti-hindi.org

प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन
-|- सहयोग : दीपिका जोशी