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प्यारी सी मुस्कान
 
 

अधरों पर रखना सदा प्यारी सी मुस्कान ।
ज्यूँ भिनसारे ओस में कुश का प्रथम नहान।।


अति विनम्रता घातक है फूलों से लो ज्ञान ।
कोमलता मुर्झा गई काँटो मे है जान।।


लेकर जादू की छड़ी परी फेरती हाथ।
पाती पाती खिल गई सब फूलों के साथ।।


आनंद अति फागुन में पुलकें मन मे प्रीत।
चार गुना फूले फले साजन हो मनमीत।।


सोने जैसे दिन लगे चाँदी जैसी रात।
स्वर्ग जैसी लगे धरा सब करमन की बात।।

- त्रिलोचना कौर
१ जून २०१८

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