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अरुणा सक्सेना

 

 

मेरी परिभाषा

१- श्वास
जिंदगी की धुरी और आधार
क्षणिक टूटा
जिंदगी कितनी बेबस लाचार ??


२- स्वप्न
मन में बसते हैं
आँखों में सजते हैं
उड़ान भरते है
संकल्प के साथ मन में
ही वास करते हैं


३- ख़ुशी
मन का इच्छाओं पर
निरंकुश राज
प्यारा एहसास
तृप्त मन को लगे आ गया मधुमास


४- सफलता
परिश्रम प्रतिफल
तृप्त मन
गंतव्य पर पहुँचे
साकार स्वप्न

१० अक्तूबर २०११

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