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बेचारा अमलतास





 

(1)
लगी थी होड़
अमलतास खिला
दिखा बेजोड़।

(2)
गर्मी थी खास
पीला पड़ा बेचारा
अमलतास।

(3)
अमलतास
छोड़ गये क्यों पात?
फूलों का साथ।

(4)
अमलतास
खा के लू के थपेड़े
न था उदास।


(5)
वृक्ष उदास
अमलतास जैसे
खिलते काश!

संतोष कुमार सिंह
16 जून 2007

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