अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

        मास ईश विश्वास का

 
एक माह पूर्णिमा पर
दमकता मघा नक्षत्र
उस माह को नाम दिया
ऋषियों ने माघ पवित्र
कल्पवास, उपवास का
मास ईश विश्वास का

पद्म पुराण में वर्णित
एक श्लोक का अर्थ है
माघ माह में नदी स्नान
फलदायी है तीर्थ है
जीवन में नव आस का

माघ माह की देन है
गुरु व्रत, पर्व अनुष्ठान
मौन साधना, षट्तिला
प्रयाग कुंभ अमृत स्नान
महकी जीवन श्वास का

माघ करे ऋतु बदलाव
सरस्वती स्तुति प्रभाव
दुर्व्यसनों का हो त्याग
बढे़ एकता अनुराग
पूजन और प्रकाश का

- ओम प्रकाश नौटियाल
१ दिसंबर २०२५

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter