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नव वर्ष अभिनंदन

       नया साल

         

देखो नया साल आ गया,
पुराना साल कैसे जल्दी गुज़र गया,
दिन, हफ्ते, महीने बीतते चले गए,
पता ही नहीं चला, वक्त कैसे गुज़र गए।

पुरानी बातों का मौसम बीत गया,
खट्टी-मीठी बातें यादें बन दिल में समा गया,
गुज़रे वक्त से बहुत कुछ सीखने को मिल गया,
चुनौती भरा नया वक्त एक बार फिर आ गया।
देखो नया साल आ गया।

क्या हुआ गर हमने कुछ खो दिया,
अवसर से लाभ उठाने का वक्त फिर छा गया,
उल्लास, उमंग, उत्साह का माहौल फिर आ गया,
आशा का नया दीप देखो फिर जल उठा।
देखो नया साल आ गया।

भूल जाओ आपस के सब शिकवे-गिले,
जाति-भेद भूल सबसे आपस में अब मिल लो गले,
वैर त्यागो, नफ़रत छोडो, करो स्नेह की बौछार,
सद्भावना, भाईचारा कायम रहे, हो पुनः भारत का उद्धार।
देखो नया साल आ गया।

राजश्री
1 जनवरी 2008

  

नव वर्ष मनाएँ

गया समय तो है एक दर्पण
शुभ संकल्पों को हो मन अर्पण

टूटे सपनों को फिर जोड़ें
ऊर्जा को ऊपर को मोड़ें
खुद भी जागें और जगाएँ
खुद से जूझे खुद को पाएँ
आओ हम नव वर्ष मनाएँ

अनिल शर्मा

 

 

मेरे लिए क्या लाओगे

नव वर्ष इस बार तुम
हम बच्चों के लिए
क्या लाओगे?
छोटी-छोटी खुशियाँ
आँखों में तैरते सपने
भरपेट खाना
दो जोड़ी कपड़े
स्कूल और किताबें लाओगे ना?
वादा करते हो सभी की तरह
हमें भी है
तुम्हारा बेसब्री से
इंतज़ार इंतज़ार इंतज़ार।

मधुलता अरोरा

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