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								iमलI हMisanaI राtoM
                               बaMca
                              gaItgaaoivaMd naoह कa 
                              tuम iकtnao बaOराyao , , , 
                              tna कI Ct pर Jaरo राt Baर 
                              बहuAa gadराyao , , , 
                              eक 
								बaर Anauvaaidt कर dao 
                              doहga`Mqa कo CMd 
                              ]icat AaOर Anauicat मoM ]zta 
                              iमT jaae ifर WMW 
                              vyaaoम बराबर tRYNaa कI yao? 
                              Cagaल iरsa jaae , , , 
                              saMspशao-M
                              कo बlकल pहnao 
                              iमलI हMisanaI राtoM 
                              Aaja caलao caiरtaqa- करoM हम 
                              vaa%saayana कI बatoM 
                              AMga AMga pर कaमsaमIxaa 
                              ifर sao iल@खI jaae 
                              मaOna
                              jaहaM saMvaad बaoलto 
                              tम BaI लgata ]<aम 
                              &ana AaOर vaOराgya jaहaM pर 
                              हao jaato हOM Axaम 
                              yao naUtna iva&ana p`oम sao 
                              naaहक हI Dरvaae 
                              ?]मaEaI 
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                              isatMबर 2006
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                        थके नयन में 
                        सुबह 
                        `  
                        अब भी आँखों से 
                        बतियाना अच्छा लगता है 
                        हाथों में ले हाथ दबाना 
                        अच्छा लगता है 
                         
                        अच्छा लगता है  
                        कनखी से नज़रों का मिलना 
                        नीले अधरों पर अड़हुल के  
                        फूलों का खिलना 
                        तेरा बल खाना 
                        शर्माना अच्छा लगता है 
                        सांसों का कुछ-कुछ गर्माना 
                        अच्छा लगता है 
                         
                        अच्छा लगता है  
                        दांतों से तिनके को टुंगना 
                        तन से तन के छू जाने पर 
                        सिहरन का उगना 
                        समय पूछ कर  
                        घड़ी मिलाना अच्छा लगता है 
                        चुटकी, चुहल, चिकोटी, 
                        ताना अच्छा लगता है 
                         
                        अच्छा लगता  
                        बूझ पहेली जीवन की लेना 
                        टूट रहे तन का दुख 
                        अंगड़ाई से ढंक देना 
                        थके नयन में 
                        सुबह सजाना, अच्छा लगता है 
                        स्मृतियों पर रंग चढ़ाना  
                        अच्छा लगता है 
                        
                        --नचिकेता 
                        1 जून 2007 
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