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आती है दीपावली

   



 


सोचा कभी आपने
क्या कहती है
दिये से बाती
साथ हमारा
जनम जनम का
हम तो हैं
जीवन के साथी
मिल जाएँ जो
हम तुम तो
मिट जाये अँधियार
आओ हम तुम मिलकर
कर दें इस जग में
उजियार

-उर्मिला शुक्ल
२८ अक्तूबर २०१३

   

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