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जगो सूर्य आता है
 
जगो! सूर्य आता है
लेकर अच्छे दिन

सघन तिमिर से डरो नहीं
बिन मारे ही मारो नहीं
श्रम-सीकर से बिना नहाये
हार सुनिश्चित- करो नहीं
सुनो! सूर्य गाता है
देकर अच्छे दिन

उषा-किरण रतनार सोहती
वसुधा नभका ह्रदय मोहती
कलरव करती चुनमुन चिड़िया
पुरवैया की बाट जोहती
गुनो! सूर्य लाता है
सेकर अच्छे दिन

अपना मन-मंदिर सँवार लो
सारा जग-जीवन निखार लो
राष्ट्र देव की करो आरती
भाग्य-लक्ष्मी पग-पखार दो
हँसो! सूर्य भाता है
खेकर अच्छे दिन

- संजीव सलिल
१२ जनवरी २०१५

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