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        सत् ही सदैव हो यहाँ जयी

 
सत्य ही सदैव हो यहाँ जयी।
शक्ति सत्य को मिले सदा नयी

मात आज वन्दना करें यही
सत्य पे टिकी रहे सदा मही
ज्ञान और धर्म नेक हों सदा
वाक् और कर्म एक सर्वदा
छिन्न ताप माँ करे सदा त्रयी
शक्ति सत्य को मिले सदा नयी

माँ त्रिदेव वन्दिता सुहासिनी
हो अजेय सर्वशक्तिदायिनी
राम की सुबाहु शक्ति से भरी
कृष्ण-भक्ति नाद-शक्ति सी झरी
आदिशक्ति भक्ति दे दयामयी
शक्ति सत्य को मिले सदा नयी

- कुन्तल श्रीवास्तव
१ अक्टूबर २०२१

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