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डॉ मनोज श्रीवास्तव

जन्म- ८ अगस्त १९७० को वाराणसी, उत्तरप्रदेश, भारत में।

शिक्षा- काशी हिंदू विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एम.ए. पीएच.डी.

प्रकाशित कृतियाँ-
कविता संग्रह- पगडंडियाँ, चाहता हूँ पागल भीड़, परकटी कविताओं की उड़ान।
कहानी संग्रह- धर्मचक्र राजचक्र और पगली का इन्कलाब
व्यंग्य संग्रह- अक्ल का फलसफा

पुरस्कार सम्मान-
विभिन्न वरिष्ठ साहित्यकारों द्वारा संपादित कहानी-संग्रहों में कहानियों का संकलन; 'भगवत प्रसाद स्मृति कहानी सम्मान-२००२'(प्रथम स्थान), राजभाषा संस्थान द्वारा सम्मानित, नूतन प्रतिबिंब" (राज्य सभा की पत्रिका) के संपादक।

  अनुभूति में डॉ मनोज श्रीवास्तव की रचनाएँ-

नई रचनाओं में-
भीड़ का हिस्सा रहा तब
लम्हे-लम्हे पर

सब सियासी चाल हैं
साज़िश फँसकर रह जाएगी
सूरज भी मेरी गोद में

छंदमुक्त में-
अतीत
क्रिकेट का हवाओं के साथ खिलवाड़
स्वस्थ धुओं का सुख

अंजुमन में-
दिल्लगी
पत्थरों सा दिल
बिखरे हैं जो कचरे

मेरे गीतों में

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