अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

Da ivaVanaMd rajaIva kI kivata

 

 

 

KUÐ#vaar hvaaeM

bastI bastI 
Aa phuÐcaI hOM 
jaMgala kI KUÐ#vaar hvaaeMÑ

]%pID,na 
ApraQa baaoQa sao 
kao[- idSaa nahIM hO KalaI
rKvaalao 
pqa sao BaTko hOM 
jana kI kaOna kro rKvaalaI  

cala pD,nao kI 
majabaUrI maoM   
pga pga ]ztI hOM SaMkaeMÑ

kaolaahla 
gailayaaoM gailayaaro
jagah jagah jaOsao hao maolaa
saMkT ko xaNa
hr kao[- 
pata Apnao kao inapT Akolaa

ApraQaaoM ko 
haqa lagaI hOM
rqa ko ASvaaoM kI valgaaeMÑ  


sa`aot : kavyaa ³kavyabaaoQa kI ~OmaaisakI´
28–kailaka inavaasa¸ naoh$ raoD¸ saaMtaËuja, ³pUva-´¸ mauMba[- 400 063

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter