अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

ज्योति पर्व
संकलन

 

खुशियों से भरपूर दिवाली

 

खील खिलौने रंग मिठाई
खुशियों से भरपूर दिवाली

धूम धड़ाका आतिशबाजी
दुनिया में मशहूर दिवाली

साँझ रंगोली लक्ष्मी पूजन
भारत माँ का नूर दिवाली

गीत गीतिका वादन गायन
वीणा स्वर संतूर दिवाली

साज सजावट दीप बत्तियाँ
जन्नत की है हूर दिवाली

बाती तेल रोशनी जलना
जीवन का दस्तूर दिवाली

काम काज संसार छुटि्टयाँ
घर आँगन से दूर दिवाली।

-अभिनव शुक्ला

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter