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ज्योति पर्व
संकलन

 

 

रामू की दीवाली

माँ माँ
ये दीवाली क्या होती है?
बड़ी मासूमियत से बच्चे ने पूछा
माँ बोली
बेटा जब घर में दिया जले
तब दीवाली होती है।
बच्चे ने पापा से पूछा
पापा पापा
ये दीवाली क्या होती है?
पापा बोले
बेटा जब नये कपड़े पहने जाते हैं
तब दीवाली होती है
फिर बच्चे ने दादा से पूछा
दादा दादा
ये दीवाली क्या होती है?
दादा बोले
बेटा जब मिठाई खाने को मिले
तब दीवाली होती है
अब बच्चे ने दादी से पूछा
दादी दादी
ये दीवाली क्या होती है
दादी बोली
बेटा,
जब आतिशबाज़ी छोड़ी जाती है
तब दीवाली होती है।
उन सबकी बातें सुनकर
बच्चा कुछ देर सोच में पड़ गया
थोड़ी देर बाद बोला
माँ माँ
वो पीछे झोंपड़ी में
जो रामू रहता है
कभी नए कपड़े नहीं पहनता
कभी मिठाई नहीं खाता
और कभी
आतिशबाज़ी भी नहीं छोड़ता
फिर भी उसके घर में
रोज़ दिया जलता है
क्या वो रोज़ दीवाली मनाता है?

-यादवेंद्र यदु

 

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