अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

अनुभूति में कमल आशिक की रचनाएँ

अंजुमन में-
जान पर
तस्वीर निगाहों में

 

 

जान पर

जान पर अपनी खेल जाऊँगा
ज़िंदगी तुझको आज़माऊँगा

ए ग़मे–इश्क मत सता मुझको
सांस लेना मैं भूल जाऊँगा

दर्दे–दिल फिर जुबां पे आया है
इक हसीं गीत गुनगुनाऊँगा

मैं तुझे भूलने की कोशिश में
एक दिन ख़ुद को भूल जाऊँगा

गर तुझे मुझ पे एतबार नही

जान देकर भी मैं दिखाऊँगा

तूने मुझसे नज़र चुराई तो
तेरे ख्वाबों में रोज़ आऊँगा

२४ जुलाई २००६

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter