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अनुभूति में अमिताभ सक्सेना की रचनाएँ—

छंदमुक्त में—
उम्मीदवार
मुजरिम

   

 

मुजरिम

जज ने वकील से पूछा
इस आदमी ने कौनसा
खतरनाक जुर्म किया है,
जो पुलिस ने इसे
मुजरिम करार दिया है।
वकील ने खुलासा किया,
"जी, इसने कुछ नहीं किया
यह तो बेक़सूर है
पर खूनी को
कत्ल करते हुए
इसने देखा जरूर है।
गवाह बनाकर इसे
जेल में रखा गया है
हवालात की हवा खाते
इसे हफ्ता हो गया है।"
झल्ला कर जज बोला
तो खूनी कहां पर है?
वकील ने बताया –
मी लार्ड
वह तो पिछले एक हफ्ते से
जमानत पर है।

९ सितंबर २००४

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