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हवाई

  घर और बगीचा

मुझे नहीं चाहिये घर
मैं बगीचे में रहना चाहती हूँ

मत दो मुझे रसोई के बर्तन
सजाने की तस्वीरें
मेज़पोश
तकिये और गिलाफ़
झाडू या झाड़न
सोफे और गद्दियाँ

मुझे चाहिए बाग
हवा
धूप और बारिश
पंख और डालियाँ
दे सकोगे?

मेरा प्यार आकांक्षी है
खुले आसमान का
इंद्रधनुषी रंगों का
मुझे नहीं चाहिए
ये रंग बिरंगे दुपट्टे
ये ढेरों रेशमी साड़ियाँ
मुझे ओढ़ना है इतिहास
उलझना है राजनीति से
तोड़नी है परंपरा की दीवारें
खोजने हैं शब्द
जो सिर्फ़ मेरे हों
मेरे भीतर से निकले
अंतरंग कथा कहते
मुझको छुएँ
उल्टें पल्टें
मुझको स्वर दें
मुझको परिभाषा दें।

मैं लेटना चाहती हूँ घास पर
मुझे नहीं चाहिए
ये मुलायम गद्दीदार पलंग
मखमल की रज़ाइयाँ
रेशमी नाइटियाँ
फूलदार चद्दरें।

मुझे चाहिये
जंगल परिंदे
कड़ी ज़मीन
तूफ़ानी बादल
हरहराता समंदर

मुझे नहीं चाहिए घर
सुरक्षा या समझौते
मुझे बगीचे में रहने दो।

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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