अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

अनुभूति में नरेन्द्र मोहन की रचनाएँ-

कविताओं में-
नृत्यानुभव-१ : रंग-ओढ़नी
नृत्यानुभव-२ :स्पंदित समाधि
नृत्यानुभव-३ :नयी रचना के लिए

` नृत्यानुभव-३ : नयी रचना के लिए

तीव्र प्रकाश की एक कौंध
लय-ताल में
जगमगा-उठते, बजने लगते घुँघरू
फैलती संगीतात्मक ध्वनियाँ

स्तर-स्तर उठता जाता
तल्लीनता में डूबा नर्तन
लय-ताल का आवर्तनकारी नृत्य
कोई नहीं अपना जहाँ

प्रकाश-गति और रंग-भाषा
हर अंग में
हिलोरें लेतीं समुद्र की उत्ताल तरंगे

क्या है यह उद्वेलन
कैसा यह साक्षात्कार कि टूटती सीमाएँ
नयी रचना के लिए!

९ सितंबर २००६

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter