अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

डॉ राधेश्याम शुक्ल

जन्म- २६ अक्तूबर १९४२
शिक्षा- एम ए (हिंदी संस्कृत), शास्त्री, पीएच.डी. (हिंदी)

संप्रति- सेवा निवृत्ति के बाद हिंदी प्राध्यापन, राजकीय पी.जी. कालेज आदमपुर हिसार।

प्रकाशित कृतियाँ-
नवगीत संग्रह- पंखुरी पंखुरी झरता गुलाब, त्रिविधा, एक बादल मन
दोहा संग्रह- दरपन वक्त के
शोध ग्रंथ- वस्तु और कला

हिसार दूर दर्शन तथा हिसार व रोहतक आकाशवाणी केंद्रों से रचनाओं का प्रसारण। अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं से प्रशंसित सम्मानित व पुरस्कृत।

 

अनुभूति में डॉ राधेश्याम शुक्ल की रचनाएँ-

नए गीतों में-
अम्मा धरें रोज सगुनौटी

आँगन की तुलसी
गँवई साँझ
जाने किस घाट लगे
पिता गाँव में
पुरवाई

 

गीतों में-
कुछ कहीं हो जाए
मेरा शहर

संकलन में-
श्वेतवर्ण कोमल बादल

दोहों में-
रेत नहाई नदी

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter