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एक सवेरा साथ रहे
जैसे बाज़ परिंदों में
तनहा क्या करता
तपेगा जो
तुमने जो पथराव जिये
तेरा ही तो हिस्सा हूँ
बच्चे
मैं था तनहा
रस्ता तो इकतरफ़ा था

 

मैं हूँ तेरा नाम पता

मैं हूँ तेरा नाम-पता
जा अब ख़ुद को ढूढ़ के ला

मैं बरसों खामोश रहा
तू मिलता तो कुछ कहता

मैं तेरा अहसास रहा
मुझको ये एहसास न था

तब तक उसका जिक्र हुआ
जब तक मैं तहरीर न था

मैं घर का वो हिस्सा था
जिस पर सारा घर झगड़ा

२७ फरवरी २०१२

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