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एक सवेरा साथ रहे
जैसे बाज़ परिंदों में
तनहा क्या करता
तपेगा जो
तुमने जो पथराव जिये
तेरा ही तो हिस्सा हूँ
बच्चे
मैं था तनहा
रस्ता तो इकतरफ़ा था

 

तेरा ही तो हिस्सा हूँ

तेरा ही तो हिस्सा हूँ
ये तू जाने कितना हूँ।

अपने हाथों हारा हूँ
वरना किसके बस का हूँ

खुद को ही खो बैठा हूँ
मैं अब क्या खो सकता हूँ।

जब से अपने जैसा हूँ
सब कहते हैं धोखा हूँ।

आमादा हूँ जीने पर
और अभी तक ज़िंदा हूँ।

२८ सितंबर २००९

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