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जैनन प्रसाद


जन्म : ८ सितंबर १९७३ सूवा, फीजी।
शिक्षा : हिंदी स्नातक- साऊथ पेस्फिक विश्वविद्यालय।
सरकारी करमचारी होते हुए भी हिंदी के प्रति इतना लगाव कि अपनी व्यक्तिगत दिलचस्पी के लिए स्नातक तक पढ़ाई की जो इनके पेशे से बिलकुल विरुद्ध है।

धार्मिक प्रवक्ता- समाज सेवक तथा संगीत में अपनी कीर्ती फैलाए हुए युवा कवि जैनन प्रसाद फीजी के पतिष्ठित कवि हैं। फीजी स्कूलों के पाठ्यक्रम में इनकी कविता पढ़ाई जाती हैं।

प्रकाशित कृतियाँ : 'गुरुदक्षिणा', 'जानम'।

संपर्क : jainan.prasad@govnet.gov.fj तथा
jainan_p@hotmail.com
 

 

अनुभूति में जैनन प्रसाद की रचनाएँ—

छंदमुक्त में—
एक नारी
कैसे भुलाऊँ तुम्हें
खड़ाऊँ
गुरु दक्षिणा
चीर हरण
मछली
मेरा मन
रावण या राम

हास्य व्यंग्य में—
उठो जी
एक नेता
झूठ
बैठ जाओ

 

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