उदय प्रकाश
कथाकार के रूप
में प्रख्यात हो चुके उदय प्रकाश अपनी पीढ़ी के समर्थतम कवियों
में से हैं। १९८० में अपनी कविता 'तिब्बत' के लिए भारत भूषण
अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित उनके अब तक तीन कविता संग्रह
प्रकाशित हो चुके हैं। 'सुनो कारीगर', 'अबूतर–कबूतर' तथा 'रात
में हारमोनियम'। उनका चौथा कविता संग्रह इसी माह 'एक भाषा हुआ
करती है' शीर्षक से प्रकाशित हो रहा है।
रूसी, अंग्रेजी, जापानी, डच और जर्मन भाषा में उनकी कविताओं का
अनुवाद हो चुका है और लगभग सभी राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय कविता
संकलनों में उनकी कविताएँ संग्रहीत हैं।
२००४ में हालैंड के प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय कविता उत्सव में वे
भारतीय कवि के रूप में हिस्सा ले चुके हैं। २०१० में कहानी
मोहन दास के लिये साहित्य अकादमी पुरस्कार।
ई मेल:
udayprakash7@hotmail.com
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अनुभूति में
उदय प्रकाश की
रचनाएँ—
छंदमुक्त में—
आँकड़े
उस दिन गिर रही थी नीम की एक पत्ती
एक अलग सा मंगलवार
गीतों में-
एक अकेले का गाना
ताना बाना
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