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तीन हाइकु

फलाँग जाती
पर घेर देती है
मुझको, साड़ी।

ऊँची सैंडल
पर साज़िश, कि
दौड़ ना सकूँ।

छम-छम, या
गतिविधि बताता
सुंदर ठग।

 

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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