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सुमन कुमार घई

सुमन कुमार घेई का जन्म १९५२ मे अम्बाला शहर में हुआ‚ परन्तु अधिकतर बचपन लुधियाना में बीता। वहीं से बी एस सी करने के पश्चात् कुछ समय तक पारिवारिक कारोबार में हाथ बंटाया। १९७३ में कनाडा आने के बाद कम्पयूटर टैकनालोजी की शिक्षा प्राप्त की और इसी क्षेत्र में १९८१ तक कार्यरत रहे। बाद में १९८१ से फिर से पारिवारिक कारोबार में प्रवेश किया।

बचपन से ही साहित्य के प्रति रुचि रही है। पढ़ना और लिखना हमेशा से ही मन लगाने का साधन रहा है। परन्तु विदेश में लंबा समय व्यतीत करने के कारण भाषा से सम्बन्ध टूटता सा जा रहा था, जो इन्टरनेट द्वारा फिर से जुड़ा।

साहित्य कुंज नामक जाल पत्रिका के संपादक सुमन घई ने हिन्दी लिपि में "शायरी" नाम से गज़लों और नज़्मों की एक सुन्दर संग्रह विश्वजाल पर तैयार किया है जिसमें २८१ शायरों की १४५० से भी ज्यादा गज़लों और नज़्मों का संकलन किया गया है।

ईमेल- sumankghai@yahoo.ca

 

अनुभूति में सुमन कुमार घई की रचनाएँ-

छंदमुक्त में-
कैसी वसंत ऋतु
खो चुका परिचय
चीत्कार
जीवन क्रम
प्रेम कहानी
प्रेम के दो भाव
मनदीप पुकार
मैं उसे ढूँढता हूँ
वह पेड़ टूट गया

क्षणिकाओं में-
वसंत

संकलनों में-
वसंती हवा- काश मिलो तुम भी
धूप के पाँव- गरमी की अलसाई सुबह
वर्षा मंगल– सावन और विरह
गाँव में अलाव – स्मृतियों के अलाव
गुच्छे भर अमलतास– अप्रैल और बरसात
                  शुभकामनाएँ
नया साल– नव वर्ष की मंगल वेला पर
         –नव वर्ष के गुब्बारे
जग का मेला– गुड्डूराजा

 

 

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