| 
                   
					उत्सव नव वर्ष 
					का 
						गीतों में- 
					
					दोहों में- 
					
					अंजुमन में- 
					
					छंदमुक्त में- 
					
					
						
						  
					
						
						 
						प्रिय 
						मित्रो, १५ दिसंबर 
						से १४ जनवरी तक हम
						नव वर्ष का उत्सव मनाएँगे  
						हर रोज नव वर्ष की  
						एक नयी रचना के साथ  
						यहाँ आएँगे। 
					
						पाठकों का 
						स्वागत है रोज यहाँ आएँ 
						रचना को पढ़ें और अपनी प्रतिक्रिया को नीचे दिये बक्से में 
						दर्ज कर जाएँ 
					
						नवल हर्ष 
						नवल वर्ष कविता में गाना है 
						सूचित हो कवियों को 
						उत्सव में आना है 
						देर नहीं करना है
						अपनी रचनाओं को ऊपर दिये पते पर
						ईमेल करना है  
						या फिर करवाना है 
					
						- टीम 
						अनुभूति 
						 |