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मन-वृक्ष

मेरे मन में
असीम संभावनाओं से भरा
एक हरा वृक्ष है
अनंत जीवन से ओत-प्रोत
इस अनाम वृक्ष को
मैं कोई नाम नहीं देता
नाम देते ही
काठ हो जाऊँगा मैं
वृक्ष तो फिर भी रहेगा
जीवंत।

१९ मई २०१४

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