पत्र व्यवहार का पता

अभिव्यक्ति तुक-कोश

१. १. २०२४

अंजुमन उपहार काव्य संगम गीत गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे पुराने अंक संकलन अभिव्यक्ति
कुण्डलिया हाइकु अभिव्यक्ति हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर नवगीत की पाठशाला रचनाकारों से

संक्रान्ति का सूरज

 

 

मंदिरों के शिखर पर संक्रांति का सूरज जगा है
मुक्ति की नगरी में स्वर्णिम पुण्य-सा
देखो सजा है

धुंध है आकाश से
कोहरे के सीकर झर रहे हैं
और लहरों में उचक कुछ दान-दीपक तिर रहे हैं
घंटियों में गूँज है बढ़ते हुए उल्लास की
हलचलें हैं घाट पर भक्तों के
मृदु विश्वास की

दूर नभ में आस्था के दीप-सा देखो दहा है
मंदिरों के शिखर पर संक्रांति का
सूरज जगा है
1
सर्द कलशों को
समृद्ध इतिहास से गरमा रहे हैं
' हिमानी इक कहानी बाँचकर पिघला रहे हैं
इन कंगूरों में गढ़ी ऊँचाइयों की शपथ लेकर
मंदिरों के रास्ते आवाज दे
समझा रहे हैं

इस विरासत को सम्हालो तमस को जिसने सहा है
मंदिरों के शिखर पर संक्रांति का
सूरज जगा है

- पूर्णिमा वर्मन

इस माह
(मकर संक्रान्ति के अवसर पर)

गीतों में-

bullet

आकुल

bullet

उषा अवस्थी

bullet

कमलेश दीवान

bullet

कुमार गौरव अजीतेन्दु

bullet

जिज्ञासा सिंह

bullet

प्रभुदयाल श्रीवास्तव

bullet

प्रवीण पारीक अंशु

bullet

पूर्णिमा वर्मन

bullet

बृजनाथ श्रीवास्तव

bullet

भूपेन्द्र सिह शून्य

bullet

मंजुलता श्रीवास्तव

bullet

मधु प्रधान

bullet

मधु शुक्ला

bullet

ललिता पाठक नारायणी

bullet

संपदा मिश्रा

bullet

सुरेन्द्रपाल वैद्य

bullet

-सुशील शर्मा-

अंजुमन में-

bullet

ऋताशेखर मधु

bullet

परमजीत कौर रीत

bullet

रमा प्रवीर वर्मा

bullet

-

छंदमुक्त में-

bullet

पद्मा मिश्रा

bullet

मंजु गुप्ता

bullet

मधु संधु

bullet

हरिहर झा

bullet

छोटे छंदों में-

bullet

कामिनी श्रीवास्तव कीर्ति

bullet

पूर्णिमा जोशी

bullet

स्मृति गुप्ता

bullet

त्रिलोचना कौर

bullet

-

अंजुमनउपहार काव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंकसंकलनहाइकु
अभिव्यक्तिहास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतरनवगीत की पाठशाला

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है।
Google
प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन / गजल संपादक- भूपेन्द्र सिंह