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अनुभूति में महेशचंद्र द्विवेदी की
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  हाकिम सस्पेंशन में है

मैं कहाँ जाऊँ किस हाकिम से मिलूँ?
किससे खेत की मेड़ काट लेने की बात करूँ?
पड़ोसी पहलवान की दबंगई का रोना रोऊँ?
दरोगा पटवारी के खिलाफ़ फरियाद करूँ?

आज जिस दफ्तर का दरवाज़ा खटखटाता हूँ
चपरासी बताता है हाकिम सस्पेंशन में है
और अगर कहीं कोई धोखे से बच गया है
तो वह इन दिनों रहता बड़े टेंशन में है

किसी का नियुक्ति शुल्क व्यर्थ गया
कोई निंदा प्रविष्टि के मेंशन में है
किसी का प्रमोशन है रुका हुआ
तो किसी को ख़तरा पेंशन में है

मैं जब हर तरफ़ से थक गया हार गया
तो एक चपरासी से अपनी व्यथा बघार गया
उसे पान खिलाया चाय पानी भी कराया
तब जाकर में घामड़पन पर वह मुस्कुराया

मेरी नादानी पर मुझे घूरकर देखने लगा
मैं घंटों का प्यासा चुल्लू भर पानी में डूबने लगा
बोला, "जानते नहीं शासन के आदेश बड़े सख्त हैं
नाफरमानी पर शासन को सस्पेंड करने की खब्त है

पहला आदेश फर्शी के साथ हाज़िरी लगाने का है
चरणों में बैठ कर फाइलों पर दस्तख़त कराने का है
हवाई जहाज़ की यात्रा में मोजे जूते पहनाने का है
हर बात में भाणों के सम हाँ में हाँ मिलाने का है
 

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