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विगत को भुलाने, नया साल आया 
नए गीत गाने, नया साल आया 
 
फ़िकर के पलों को, जलाके हँसी से  
धुएँ में उड़ाने, नया साल आया 
 
सरद लहरियों, गरमियों, बारिशों के  
जशन फिर मनाने, नया साल आया 
 
ख़ुशी औ' उमंगों, भरी तारिखों के  
तरन्नुम सुनाने, नया साल आया 
 
नहीं जीतता कोई, बाजी समय से  
यही सच बताने, नया साल आया 
 
सँभलना अधूरी पड़ी हसरतों तुम  
दुआऐं भुनाने, नया साल आया 
 
गए साल क़िस्मत से जो दाँव हारे  
वो फिर आजमाने नया साल आया 
 
-निशा कोठारी |