उत्सव नव वर्ष का
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अभिव्यक्ति तुक-कोश

१४. १. २०१६

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 नये वर्ष में

 नया साल आया

 

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नये वर्ष में नये हर्ष में
खुशियाँ रहे अपार

फसलें हो भरपूर धरा पर
गगन पतंगों से भरपूर
गाँव गली में शोर शराबा
उड़े हवा में सुखद कपूर

फसलें भी अंगड़ाई लें और
भँवरें भी तैयार
नये वर्ष में नये हर्ष में
खुशियाँ रहे अपार

त्योहारों के इस मौसम में
गाँव निहारे सबकी राह
माँ बाबू जी बहना देखे
कब आएँगे जिनकी चाह

अभिनंदन स्वागत में डोले
मन की हर झंकार
नये वर्ष में नये हर्ष में
खुशियाँ रहे अपार

- संतोष कुमार
  बीत रहे इस नये साल में
गिनती आगे बढ़ती जाती
स्वाँस की थाती घटती जाती

अपने पीछे छूट गये हैं
मुद्राओं में झूठ नये हैं
बेबस, भूख, कर्ज में डूबी
जीवन तार टूटती जाती
बीत गये हर नये साल में
गिनती आगे बढ़ती जाती

हम सच्चे बाकी सब झूठे
जाति, धर्म नहीं हैं छूटे
नीति, अनीति घालमेल हो
जीवन धार सूखती जाती ।
नये साल में अनहोनी की
गिनती आगे बढ़ती जाती

सुख के सपने खुला समंदर
अच्छे दिन या निरा बवंडर
कर्म वीर बन आगे बढ़ते
नहीं सुनेंगे ठकुर सुहाती ।
गिनती आगे बढ़ती जाती

- सुरेश कुमार पांडा

      आस का दीपक

नया साल आया

  आस का दीपक जलाए साल ये
द्वार देहरी मुस्कुराये साल ये

यों
मुआफ़िक दिल के हों मौसम सभी
फस्ल खुशियों की उगाये साल ये

दे गया है ज़ख्म बीता साल जो
भरने के आसार लाये साल ये

अर्श पर लिक्खें इबारत प्यार की
प्यार का खत बन के आये साल ये

ख्वाहिशों की सूरतें भी हैं उदास
मुस्कुराहट बन के छाये साल ये

जो तसव्वुर खूबसूरत हों, उन्हें
इक हक़ीक़त भी बनाये साल ये

दफ्न है चाहत गरीबी की जहाँ
जान उसमें फूँक जाये साल ये

दो निवालों के लिए गिरवी है जो
लाज उस माँ की बचाए साल ये

ज़िक्र कोई भी अमावस का न हो
गीत 'पूनम' के ही गाये साल ये

- पूनम शुक्ला

 

नया साल आया
पर समय वही।

सर्द-सर्द रातें
गलन-भरे दिन
मौसम की घातें
बेबस पल-छिन

कर्मों पर भारी
भाग्य की बही।

फटी रजाई है
फटा सलूका
चीथड़े लपेटे
बने बिजूका

साहब के लेखे
सभी कुछ सही।

ऊनी में जकड़े
आये प्रधान
बँटने को उतरन
दौड़ते श्वान

घर के कौड़े में
आग हँस रही।

- राजेन्द्र वर्मा

नव वर्ष अभिनंदन
प्रिय पाठकों, १ जनवरी २०१६ से अनुभूति अपने सोलहवें वर्ष में प्रवेश कर रही है। आप सभी का अभिनंदन और नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ। -
टीम अनुभूति

गीतों में-

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अनिलकुमार वर्मा

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अमिताभ त्रिपाठी 'अमित'

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अवनीश त्रिपाठी

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अश्विनीकुमार विष्णु

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आकुल

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उमाप्रसाद लोधी

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ऋता शेखर मधु

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कल्पना मनोरमा

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कुमार रवीन्द्र

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कृष्ण नन्दन मौर्य

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गणेश गंभीर

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डॉ. प्रदीप शुक्ल

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निर्मल शुक्ल

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पद्मा मिश्रा

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प्रणव भारती

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ब्रजनाथ श्रीवास्तव

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भावना तिवारी

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मानोशी चटर्जी

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योगेन्द्र वर्मा व्योम

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रंजना गुप्ता

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रविशंकर मिश्र रवि

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राजेन्द्र वर्मा

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रामशंकर वर्मा

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रामेश्वरप्रसाद सारस्वत

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रावेंद्रकुमार रवि

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शशि पाधा

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शशि पुरवार

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शैलेश वीर

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संतोष कुमार

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संध्या सिंह

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सीमा अग्रवाल

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सुरेश कुमार पांडा

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सौरभ पाण्डेय

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त्रिलोक सिंह ठकुरेला

छंदों में-

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अशोक कुमार रक्ताले

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ओमप्रकाश नौटियाल

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ज्योतिर्मयी पंत

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टीकमचंद ढोडरिया

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परमजीत कौर रीत

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रघुविन्द्र यादव

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रमेश शर्मा

अंजुमन में-

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कल्पना रामानी

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निशा कोठारी

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सुरेन्द्रपाल वैद्य

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हरिवल्लभ शर्मा

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पूनम शुक्ला

छंदमुक्त में-

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अंजुलिका चावला

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अमृता प्रीतम

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उमेश मौर्य

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जयप्रकाश मानस

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सुधेश

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